Plus Two Hindi Previous Year Question Paper Say 2018

Kerala State Board New Syllabus Plus Two Hindi Previous Year Question Papers and Answers.

Kerala Plus Two Hindi Previous Year Question Paper Say 2018 with Answers

 

Board SCERT
Class Plus Two
Subject Hindi
Category Plus Two Previous Year Question Papers

Time: 21/2 Hours
Cool off time: 15 Minutes
Maximum: 80 Score

General Instructions Candidates:

  • There is a ‘Cool-off time’ of 15 minutes in addition to the writing time.
  • Use the ‘Cool-off time’ to get familiar with questions and to plan your answers.
  • Read questions carefully before answering.
  • Read the instructions carefully.
  • Calculations, figures and graphs should be shown in the answer sheet itself.
  • Give equations wherever necessary.
  • Electronic devices except non-programmable calculators are not allowed in the Examination Hall.

सूचना : कवितांश पढ़ें और 1 से 3 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।

हे मातृभूमि तू सत्य ही सगुण मूर्ति सर्वेश की ।।
जिसके रज में लोट-लोटकर बड़े हुए हैं।
घुटनों के बल सरक-सरक खड़े हुए हैं।
परमहंस सम बाल्यकाल में सब सुख पाए।
जिसके कारण धूल भरे हीरे कहलाए।।
हम खेले-कूदे हर्षयुत जिसकी प्यारी गोद में।

प्रशन 1.
कवि के अनुसार सर्वेश की सगुण मूर्ति कौन है? (1)
उत्तर:
सर्वेश की सगुण मूर्ति है मातृभूमि।

प्रशन 2.
“धूल” शब्द का समानार्थी शब्द चुनकर लिखें। (देह, रज, मेघ) (1)
उत्तर:
रज

प्रशन 3.
द्विवेदी युगीन काव्य-प्रवृत्तियों के आधार पर कवितांश की आस्वादन टिप्पणी लिखें। (6)
उत्तर:
श्री मैथिली शरण गुप्त द्विवेदी युग के प्रसिद्ध कवि हैं। गुप्तजी की प्रसिद्ध रचना है मातृभूमि। इसमें उन्होंने अपनी जन्मभूमि का गुणगान किया है। गुप्तजी की प्रमुख रचनाएँ हैं साकेत, यशोधरा, पंचवटी आदि।

कवि कह रहे हैं कि मातृभूमि ईश्वर का सगुण-साकार मूर्ति है। मातृभूमि की धूलि में लोट-लोटकर ही हम बड़े हुए हैं। इसी भूमि पर घुटनों के बल सरक-सरक कर हम खड़े हुए हैं। आज तक जो कुछ हमने पाया है सब मातृभूमि का ही देन है। इसी भूमि से ही हमने श्रीराम कृष्ण परमहंस के समान सभी आनंद की प्राप्ति की है। इस जन्मभूमि की गोदी में खेल-कूद करके हर्ष का अनुभव किया। ऐसी मातृभूमि को देखकर हम हर्ष और आनंद से मग्न हो जाते हैं।

सरल शब्दों द्वारा कवि ने मातृभूमि पर अपनी जान अर्पित करने की प्रेरणा दी है। भारतीय परंपरा के अनुसार माँ और मातृभूमि स्वर्ग से भी महान है।

सूचनाः 4 से 7 तक के प्रश्नों में से किन्हीं 3 के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें। प्रत्येक प्रश्न के 2 अंक हैं। (3 × 2 = 6)

प्रशन 4.
चमकती मेज़- कुरसियाँ
टी.वी., होम थियेटर बैठक में भाते।
घर की बैठक में क्या-क्या चमकते हैं?
उत्तर:
घर की बैठक में मेज़-कुरसियाँ, टी.वी., होम थियेटर आदि चमकते हैं।

प्रशन 5.
‘मेरी जीत तेरी जीत
तेरी हार मेरी हार’ –
यहाँ गीतकार किसकी ओर इशारा करता है?
उत्तर:
यहाँ गीतकार मित्रता के महत्व की ओर इशारा करते हैं।

प्रशन 6.
“न कोई जन्मनेवाला और न कोई सहेजनेवाला” मुरकी के बारे में राजवंती ऐसा क्यों कहती है?
उत्तर:
मुरकी अनाथ है। उसका माँ-बाप भी नहीं और पति भी नहीं।

प्रशन 7.
मेरे सम्मुख आकर
बोली कोई लड़की
मुरझाए फूल की डंठल-ज्यों।
यहाँ कवि ने लड़की की तुलना किससे की है?
उत्तर:
यहाँ कवि ने लड़की की तुलना मुरझाए फूल की डंठल से की है।

प्रशन 8.
सूचनाः सही मिलान करें। (Scores : 8 × 1 = 8)
Atom – बनस्पति विज्ञान
Bacteria – प्रतिशत
Botany – जीवाणु
Commerce – परमाणु
Energy – भूगोल
Geography – ऊर्जा
Percent – उपग्रह
Satellite – वाणिज्य
उत्तर:
Atom – परमाणु
Bacteria – जीवाणु
Botany – बनस्पति विज्ञान
Commerce – वाणिज्य
Energy – ऊर्जा
Geography – भूगोल
Percent – प्रतिशत
Satellite – उपग्रह

सूचनाः 9 से 13 तक के प्रश्नों में से किन्हीं 4 के उत्तर पाँच या छः वाक्यों में लिखें। (4 × 4 = 16)

प्रशन 9.
तेरी ही यह देह, तुझी से बनी हुई है।
बस तेरे ही सुरस-सार से सनी हुई है।।
फिर अंत समय तू ही इसे अचल देख अपनाएगी।
हे मातृभूमि! यह अंत में तुझ में ही मिल जाएगा।
– मनुष्य और मातृभूमि का संबंध अटूट है। इस पर अपना विचार प्रकट करें।
उत्तर:
कवि के अनुसार जो कुछ हमने प्राप्त किया है सब मातृभूमि का ही देन है। यह देह तेरा है, तुझसे बनी हुई है। मृत्यु होने पर निर्जीव शरीर को भी तू ही अपनाएगा। अंत में हम सब तेरी ही मिट्टी में विलीन हो जाएँगे।

प्रशन 10.
यह कथन पढ़ें:

  • घर से जुदा और ऐसे जुदा कि अब जीतेजी किसी से मिलने की आस नहीं है।
  • दिल्लीवाले मुझको रोते होंगे।
    ………… मैं भी उनको रोता हूँ।
  • हमारी कब्र परदेस में बनेगी, तय है।
    बादशाह के चरित्र पर टिप्पणी लिखें।

उत्तर:
बादशाह सच्चा देश प्रेमी है। अंग्रेज़ों के कैद में रहने पर भी वह अपने देश और देशवासियों से प्यार करता है। उसके मन में अपने परिवारवालों के प्रति भी अगाध प्यार है। जनता के बारे में सोचकर वह रोता है। वह एक आदर्श देशप्रेमी एवं प्यारी पिता है। कोसों दूर रहने पर भी अपने परिवारवालों और दिल्लीवालों के प्रति उसके दिल में प्रेम और सहानुभूति है।

प्रशन 11.
सतमुख देख जसोदा फूली।
हरषित देखि दूध की द॑तियाँ प्रेम मगन-तनु की सुधि भूली।।
बाहिर ते तब नद बुलाए देखौ घौं सुन्दर सुखदाई।
-सूरदास का “बालकृष्ण-वर्णन” अनुपम है। पद्यांश के आधार पर समर्थन करें।
उत्तर:
सूरदास वात्सल्य वर्णन के राजा है। उनका वात्सल्य वर्णन अनुपम है। अपने बेटे का मुख देखकर माँ यशोदा जब खुश हो जाती है इसका सुंदर चित्रण सूरदास ने यों किया है – अपने बेटे का मुख देखकर माता यशोदा बहुत खुश हुई। हर्ष के साथ अपने बेटे के दूध की दाँत देखकर यशोदा का होश खो गया। वह बाहर से अपने पति को बुलाकर यह सुंदर दृश्य दिखाती है। उनके मुख और दृष्टि दोनों खुशी से भर गई। सूरदास कहते हैं कि किलकारी करनेवाले कृष्ण के दाँतों को देखकर ऐसा लगता है मानों कमल पर बिजली जम गई है। श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का अनुपम चित्रण सूरदास के पदों में मिलते हैं।

प्रशन 12.
जीवन-वृत्त पढ़ें, और अमृता प्रीतम के बारे में एक अनुत्छेद. तैयार करें।

जीवन-वृत्त

नाम : अमृता प्रीतम
जन्म : 1919
जन्म स्थान : पंजाब
विशेषता : 1982 में ज्ञानपीठ पुरस्कार
प्रमुख रचनाएँ : कहानियों के आँगन में,कहानियाँ जो कहानियाँ नहीं है।
निधन : 2005 में
उत्तर:
अमृता प्रीतम हिंदी के विख्यात लेखिका है। उनका जन्म पंजाब के गुजरावाला गाँव में 1919 को हुआ। कई भाषाओं में उनकी रचनाओं का अनुवाद हुआ था। 1982 में भारत सरकार ने ज्ञानपीठ पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया। ‘कहानियों के आँगन में’, ‘कहानियाँ जो कहानी नहीं है’ आदि उनकी प्रमुख एवं चर्चित कहानी-संग्रह हैं। 2005 में उनका निधन हुआ। हिंदी साहित्य जगत में अमृता प्रीतम का नाम सदा अमर रहेगा।

प्रशन 13.
“बेटी के विदा होने में अभी दो चार दिन वक्त था। मगर ज़मीन की विदाई आज ही हो रही थी।” ज़मीन और बेटी की विदाई पर पिताजी दुःखी है। पिताजी के आत्मसंघर्ष पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर:
एकांत श्रीवास्तव की आत्मकथात्मक रचना है “जमीन एक स्लेट का नाम है”। इसमें श्रीवास्वजी ने अपने पिताजी का आत्मसंघर्ष को अत्यंत मार्मिक रूप में चित्रित किया है। बेटी की शादी की खर्चा के लिए पिताजी को अपना ज़मीन बेचना पड़ता है। एक ओर मिट्टी और दूसरी ओर पुत्री दोनों बूढ़े पिताजी से बिदाई ले रही थी। मिट्टी और बेटी की बिदाई से आहें भरते पिताजी का आत्मसंघर्ष का पता केवल लेखक को ही है। इसलिए ही अंत में लेखक यह प्रश्न उठाता है कि पिताजी के सूखे आँसुओं को और उनके निश्शब्द विलाप को कौन सुन सकता है?

सूचना : गद्यांश पढ़ें और प्रश्न संख्या 14, 15 के उत्तर लिखें।

दिनांक 6 जून को प्रातः सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए सूरीनाम के आफ्रीकी मूल के राष्ट्रपति रुनाल्डो वेनेत्सियायन ने अपने उद्बोधन में कहा था – सूरीनाम और भारत के बीच प्रगाढ़ आत्मीय संबंध है। दोनों देश अनेक अर्थों में एक दूसरे से गहरे जुड़े हैं। दोनों के बीच पुराने भाषाई संबंध है। भाषा भावों की अभिव्यक्ति का सश्क्त माध्यम होती है। हिंदी की जननी संस्कृत की अपनी विशेषताएँ हैं। उसके साथ-साथ आज विश्व की एक प्रमुख भाषा के रूप में हिंदी भी उभर रही है।

प्रशन 14.
सूरीनाम और भारत के बीच का संबंध किस प्रकार का है? (2)
उत्तर:
सूरीनाम और भारत के बीच प्रगाढ़ आत्मीय संबंध है। दोनों देश एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।

प्रशन 15.
गद्यांश का संक्षेपण करें और शीर्षक दें। (6)
उत्तर:

अत्मीय संबंध

विश्वहिंदी सम्मेलन के शुभारंभ में राष्ट्रपति ने कहा कि सूरीनाम और भारत के बीच गहरी आत्मीय संबंध है। दोनों देशों के बीच पुरानी भाषाई संबंध है। आज विश्व की प्रमुख भाषा के रूप में हिंदी उभर आ रही है।

सूचना : 16 से 19 तक के प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखें। प्रत्येक प्रश्न के 3 अंक है। (3 × 6 = 18)

प्रशन 16.
‘बेटी के नामट पाठ का यह अंश पढ़ें:
“फिर वही हुआ, जिसका डर था । हमारा खर्चा आधा कर दिया गया।” – ब्रिटिश सरकार ने कैदियों को दिए गए खर्च में कटौती की। संकेतों के आधार पर समाचार तैयार करें।

  • मुसलमानों द्वारा तोहफा लाना।
  • मलिका का हार देना।
  • ब्रिटिशों का हुक्म आना।

उत्तर:

कैदियों के खर्चा में कटौती

रंगूनः ब्रिटीश सरकार की ओर से कैदियों पर खोर प्रहार। आज दिल्ली में हुए ब्रिटिश जेल अधिकारियों के सम्मेलन में कैदियों को दिया जानेवाला खर्चा को आधा करवाने का फैसला हुआ। पिछले दिन ईद के अवसर पर रंगून के जेल में कैदियों के पास बहुत सारे गहने रहने का खबर मिला था। अधिकारियों की जाँच में यह सच निकला था। बहादुरशाह ज़फर से मिलने आए लोगों को कैदी बादशाह ने इनाम के रूप में मलिका का हार दिया था। इस घटना के आधार पर ही जेल अधिकारियों ने कैदियों का खर्चा आधा करवाने का सुप्रधान फैसला बनाया। इसके आधार पर कैदियों को मिलने के लिए आनेवालों पर भी कठिन नियंत्रण लगाने की संभावना है।

प्रशन 17.
लड़के ने कमरे में घुसते ही देखा कि पिताजी कविता पढ़ रहे हैं और उनके मित्र मरे पड़े हैं। इस घटना का उल्लेख लड़का अपनी डायरी में करता है। वह डायरी 60 – 80 शब्दों में तैयार करें।

  • पिताजी से मिलने में आतुर
  • डॉक्टरों की चेतावनी
  • मित्र का निधन

उत्तर:

29
मार्च
2016

रविवार

अलहबाद।
रात दस बजे।

आज का दिन …….. मैं कभी भूल नहीं सकूँगा। मम्मी की फॉनकॉल के आधार पर ही मैं तुरंत अस्पताल आया, जहाँ पिताजी की भर्ती की गयी थी। मम्मी ने कहा था, पिताजी का तबियत एकदम खराब है। मगर यहाँ आकर जब मैं पिताजी के कमरे में घुसा, मुझे शाक सा लगा। पिताजी कविता पाठ कर रहे हैं और उनके मित्र मरे पड़े हैं ज़मीन पर! मुझे कुछ समझ में नहीं आया था। बाद में डॉक्टरों से बातें करने पर मुझे सब कुछ समझ में आया।
हे भगवान! आप कृपालु है।

प्रशन 18.
ग्यारहवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन मॉरीशस में होनेवाला है। सूचनाओं के आधार पर एक पोस्टर तैयार करें।

  • विश्व हिन्दी सम्मेलन – 2018
  • तीसरी बार मॉरीशस में
  • अनेक हिन्दी प्रेमियों की भागीदारी
  • विश्व-भाषा के रूप में हिन्दी

उत्तर:
Plus Two Hindi Previous Year Question Paper Say 2018, 1

प्रशन 19.
खंड का हिंदी में अनुवाद करें।
India became a free country on August 15, 1947. So August 15 is called the Independence day of India. The British rule came to an end on this day. On this day our first Prime Minister Pt. Jawaharlal Nehru unfurled the national flag at the Red Fort first time. It is a red letter day in the history of the country. It is celebrated all over the country with great enthusiasm.
(Rule – शासन, Unfurled – फहराया, red letter day – स्वर्णिम दिवस, Enthusiasm – उत्साह, Red Fort – लाल किला).
उत्तर:
15 अगस्त 1947 को भारत संवतंत्र हुआ। इसलिए 15 अगस्त को स्वाधीनता दिवस मनाया जाता है। भारत में अंग्रेज़ी राज का अंत इसी दिन में हुआ। इसी दिन में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरुजी ने लाल किले में भारत का झंडा फहराया। भारत के इतिहास का यह स्वर्णिम दिन है। पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस बड़ी उत्साह और धूम-धाम से मनाया जाता है।

सूचनाः 20 से 22 तक के प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लिखें। प्रत्येक प्रश्न के 8 अंक है। (2 × 8 = 16)

प्रशन 20.
‘मुरकी उर्फ बुलाकी’का अंश पढ़ें।
मुरकी शादी के बाद शहरी लडके के साथ किसी शहर में चार-छ: महीने रही। उसने घर बनाया। मुरकी ने भी जो कुछ अपने पास था, घर बनाने में लगा दिया। इस घटना का उल्लेख करते हुए मुरकी राजवंती को पत्र लिखती है। वह पत्र तैयार करें।

  • पति के साथ नई जिन्दगी।
  • सारे गहने बेचकर घर बनाना।
  • भविष्य के सपने

उत्तर:

पटना,
19.04.2019

प्रिय माँ,
सप्रेम नमस्ते।
मुझे विश्वास है कि ईश्वर की असीम कृपा से आप ठीक हैं। बेटा कुमार कैसे हैं? हम भी यहाँ खुश हैं।
एक खास बात बताने के लिए ही मैं यह पत्र लिख रहा हूँ। अब हम एक घर बना रहे हैं। मेरा पतिदेव मुझसे बहुत प्यार करता है। घर बनाने के लिए ही वह अब ज्यादा समय काम में लगाता है। मेरे पास जितने गहनेपैसे थे सब मैं ने घर बनाने में लगा दिया। एक छोटा सा घर है। पूरा होने पर आप को खबर करूँगी मैं । हमारे नए घर में कुछ दिन आपके साथ रहने की बहुत इच्छा है। मेरा विश्वास है कि ज़रूर आप मेरी प्रार्थना सुनेंगी। इतना लिखकर मैं यह पत्र यहाँ समाप्त करती हूँ। बहुत जल्दी ही आपसे मिलने की प्रतीक्षा में हूँ।

आपकी प्यारी,
मुरकी।

प्रशन 21.
पिताजी के आत्मसंघर्ष को देखकर बेटी दुःखी हुई। वह . अपने आप को परिवार के लिए बोझ समझने लगी। वह अपना दुःख आत्मकथा में सूचित् करती है। वह आत्मकथांश 100 – 120 शब्दों में तैयार करें।

  • भाई और पिता का प्यार
  • शादी की तैयारियाँ
  • ज़मीन के प्रति पिताजी का लगाव ।
  • परिवार के लिए बोझ बनने का अहसास।

उत्तर:

मेरा जीवन

खुशियों से भरी परिवार में ही मेरा जन्म हुआ था। माँबाप, भाई सब मुझसे बहुत प्यार करते हैं। अब भी खुशी का समय है। मगर घर में जो हो रहा है इस पर मैं खुश नहीं। मेरी शादी के लिए सभी लोग बहुत कष्ठ उठाते हैं। पिताजी को अपना ज़मीन बेचना पड़ रहा है। सभी के लिए मैं शायद बोझ बन गयी हूँ। इतना कष्ट उठाकर ससुराल भेजने पर क्या मुझे वहाँ खुशी मिलेगी? पता नहीं। सब कुछ देखकर मुझे डर भी हो रहा है। भगवान मेरी रक्षा करें।

प्रशन 22.
‘वह भटका हुआ पीर’ पाठ भाग का यह अंश पढ़ें:
‘गर्मी की एक साँझ में वह मेरे गेट के सामने खड़ा होकर मुझसे पूछ रहा था, पानी पिएँगी? अभी भरवाकर ला रहा हूँ।’ – संकेतों के आधार पर लेखिका एवं स्कूटरवाले के बाच का वार्तालाप तैयार करें।

  • स्कूटरवाले के साथ लेखिका की यात्रा
  • रास्ते में यात्रियों की पानी देना।
  • पैसा देकर मश्क भरवाना।
  • पुण्य काम करना।

उत्तर:
स्कूटरवाला : पानी पिएँगे? अभी भरवाकर ला रहा हूँ।
लेखिका : हाँ-हाँ। क्यों नहीं! तुम अंदर तो आओ।
स्कूटरवाला : जी। अंदर आया। आज कहीं नहीं जाना है क्या?
लेखिका : नहीं। उस दिन की यात्रा तो बड़ी अजीब लगा।
स्कूटरवाला : ऐसा क्यों?
लेखिका : तुम जैसे एक स्कूटरवाले को मैं पहली बार देख रहा हूँ।
स्कूटरवाला : मैं ने ऐसा क्या किया है जी?
लेखिका : कोई भी स्कूटरवाला रास्ते में यात्रियों को पानी नहीं पिलाता है और पैसा देकर मश्क भरवाता है।
स्कूटरवाला : जी मैं काम अपना फर्ज़ समझकर ही कर रहा है।
लेखिका : जो भी हो। बहुत अच्छा काम तुम कर रहे हो। भगवान तुम्हारी भलाई करेगा।
स्कूटरवाला : धन्यवाद जी। एक बार मेरी बेबे ने मुझसे कहा, “तू पानी पिलाया कर, पुण्य मिलता है।” उसी दिन से मैं यह कार्य कर रहा हूँ।